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Showing posts from March, 2008

मरम्मत

वो चाहते हैं मरम्मत हो,   हम चाहते हैं उखड़ जाए निज़ाम सारा।   वो चाहते हैं खामोशी रहे बरकरार,   हम चाहते हैं बोले आवाम सारा।   वो चाहते हैं इसी दिहाड़ी पर चले सब,   हम चाहते हैं शोषण मुक्त हो काम सारा।   वो समझौतों से लाद देने की फिराक़ में हैं,   हम विरोध में चाहते हैं चक्का जाम सारा।   वो दो-चार अल्फाज़ लिखकर खुश हैं,   हमारा तो बग़ावती है पैगाम सारा।   हम लड़ेंगे "उनकी" आख़िरी साँस तक,   अब चाहे जो हो अंजाम हमारा।

है तो क्या।

हुकूमत में होगा,   ना सही, ना मिले,   वो बड़ा अफ़सर है तो क्या।   भूख से मरते हैं बच्चे,   खाली पेट उठाते हैं वज़न अपना,   इस बड़े शहर में, आबाद लंगर है तो क्या।   हम फिर भी बोएंगे बीज इसमें,   ये ज़मीन बंजर है तो क्या।   पानी ही सही, लड़ने के लिए,   इस देश की दाल में, कंकड़ है तो क्या।   अर्ज़ियों, धरनों, मोर्चों के बाद,   अब घेराव अंदर घुसकर होगा,   फिर वो बड़े नेता का दफ़्तर है तो क्या।   जब ज़रूरत होगी,   गरम लोहा भी उठाया जाएगा,   अब कोई किसान, मज़दूर, बुनकर है तो क्या।   करेंगे संघर्ष लगातार, जूझेंगे,   हड्डियाँ जवाब दें चाहे,   या फिर साँस चुक जाए तो क्या।   हम फिर भी बोएंगे बीज इसमें,   ये ज़मीन बंजर है तो क्या…

Unpacking Terrorism: Its Complex Dimensions and Impact

  Introduction   When we think of terrorism, a barrage of images and scenes fills our minds - bombings, firearms, veiled faces, and large-scale tragedies such as the World Trade Center attack and plane hijackings. However, we often overlook many other aspects of this complex issue. Why is that? To explore this topic, we must first seek to define what we mean by patriotism and, subsequently, contemplate the future. Therefore, my initial question to you is, what exactly is the essence of patriotism, and how does it relate to terrorism?   Unveiling Terrorism's Many Faces   In recent days, our nation has been marred by a series of bomb blasts, each more alarming than the last. Lives have been lost, and many individuals have been left injured. This raises a crucial query: Who are the perpetrators behind these acts, and why are they relentlessly spilling the blood of innocent people? What drives these recurring attacks on various public spaces, including markets,...